वशीकरण मोहिनी शाबर मंत्र
वशीकरण मोहिनी शाबर मंत्र, आज हम आपको स्त्री मोहिनी वशीकरण शाबर मंत्र और मोहिनी वशीकरण मंत्र सिद्धि के बारे मई बतायेगे। आप हमारा ये महा मोहिनी वशीकरण मंत्र टोटका उपयोग करे और किसी को भी अपने वश मे करे.
ज्योतिषशास्त्र में उल्लेखित वशीकरण मंत्र के अंतर्गत ही,”वशीकरण मोहिनी शाबर” मंत्र का वर्णन मिलता हैं| मोहिनी का शाब्दिक अर्थ हैं ‘मन को मोहने वाली’| ज्योतिषशास्त्र के अनुसार‘वशीकरण मोहिनी शाबार’ मंत्र का उपयोग किसी कोमोह-पाश में बांधने के लिए किया जाता हैं|
शाबर मंत्र की उत्तपति का श्रेय गुरु गोरखनाथ को जाता हैं,जो शिव के बहुत बड़े भक्त थे|इस मंत्र के जाप करने से,हमारे अंदर आकर्षण की शक्ति इतनी अधिक बढ़ जाती हैं कि हम जिसे चाहे अपने मोह-पाश में बांध लें|
ऐसा माना जाता हैं कि समुद्र मंथन के दौरान जब देवाओं और राक्षसों का झगड़ा अमृत को लेकर होने लगा तो,योगमाया कि कृपा से देवी मोहिनी अवतरित हुई|
उन्होने अपने रूप के जाल में राक्षसों को फसा कर देवताओं को अमृत पिला दिया| देवी योगमाया की कृपा से ‘वशीकरण मोहिनी शाबर’ मंत्र आज भी उतना ही शक्तिशाली हैं|
मंत्र- तेल, तेल, महातेल/ देंखू री मोहिनी तेरा खेल/
लौंग,लौंग,लौंग/एक लौंग मेरी आती-पाती/लौंग दूजी दिखाये छाती/
रूठी को मानकर लाये/बैठी को उठा कर लाये/सोती को जागा कर लाये/
चलती फिरती को लिवा लाये/जोगिन आकाश की/सिद्धि पताल की/
अमुक (जिसे वश में करना हों उसका नाम)को लागी लगा रे मोहिनी/
तुझकों भैरव जी की आन||
इस मंत्र का २१ बार जाप कर ७ लौंग को बारी-बारी फूँक मर कर सिद्ध कर ले| इस प्रक्रिया को ७ रविवार तक दोहराए| अब जिसे वश में करना हो उस व्यक्ति को धोखे से इस सिद्ध लौंग को खिला दें| इसके प्रभाव से वह व्यक्ति आपके मुट्ठी में रहेगा|
स्त्री मोहिनी वशीकरण शाबर मंत्र
स्त्री मोहिनी वशीकरण शाबर मंत्र, ज्योतिषशास्त्र के लाल किताब में वर्णित’ स्त्री वशीकरण’ मंत्र का प्रयोग किसी भी स्त्री को अपने वश में करने के लिए किया जाता हैं| किसी भी कुँवारी लड़की अथवा व्याहता को मोहने के लिए युगों से स्त्री मोहिनी वशीकरण शाबर मंत्र का प्रयोग किया जाता हैं|
वशीकरण का स्त्री मोहिनी जाल का वार कभी खाली नहीं जाता और इसका प्रभाव स्थिर होता हैं| यदि आप चाहते हैं कि आपकी प्रेमिका अथवा पत्नी हमेशा आपके वश में रहे,तो आप स्त्री मोहिनी वशीकरण शाबर मंत्र का प्रयोग कर सकते हैं| ऐसेकुछ मंत्रों का वर्णन निन हैं:-
मंत्र– 1) ॐ मोहिनी देवी वज्र स्वः काम मालिनी माम प्रियतांग| आकर्षण: आकर्षण: स्वः|
ॐ नमो नमो धूलि| विकट चांदीनी मर मारू धूलि|| धूलि लगे बने दीवानी|
घर ताजे बाहर ताजे||ठाड़ा ताजेभर्तार दीवानी|
मेरी शक्ति,गुरु कि भक्ति,पूर्ण करों हनुमान||
मंत्र- 2)ॐ नमो काला भैरू,काली रात,काला चल्या आध रात| काला रेत मेरा वीर||
पर नारी के रखे सीर,बेगी जा छाती धार ला| सूती हो जो,जगाय लय||
शब्द सांचा पिंड कांचा पफूरो मंत्रा ईश्वरी वाचा||
मंत्र -3) ॐ मोहूं, थल मोहूँ,जंगल की हिरणी मोहूं,
बाटचलंता बटोही मोहूँ,कचहरी बैठी राजा मोहूँ,
पीढ़ा बैठी रानी मोहूँ,मोहिनी मेरा नाम,
मोहूँ जग संसार,तारा,तरीला,तोतला,तीनों बैसे कपाल,
मस्तष्क बैठी मात के,दुश्मन करूँ पमाल,
मेरी भक्ति,गुरु की शक्ति,पुफ़रो मंत्र ईश्वरी वाच||
इन मंत्रों को कम से कम 21 दिनों तक सिद्ध किया जाता हैं, तभी ये मंत्र अपना असर दिखाएंगे|इन मंत्रों का असर इतना प्रभावशाली होता हैं कि वह स्त्री आपकी हुक्म कि गुलाम बन जाएगी|
मोहिनी वशीकरण मंत्र सिद्धि
मोहिनी वशीकरण मंत्र सिद्धि के कुछ उपाय तो आसान होते हैं परन्तु कुछ उपाय अत्यंत कठिन होते हैं| इन कठिन उपायों को सिद्ध करना इतना आसान नहीं होता हैं|इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए साधको ने बहुत कठिन तप साधना किया हुआ हैं,तब जाकर कही ये मंत्र इतने प्रभावकारी बने हैं|
आम लोगो के लिए इतनी कठिन साधना मुमकिन नहीं हैं,तथापि कुछ नियम निष्ठा का पालन करते हुए इन मंत्रों का जाप मनवांछित फलदायी होता हैं|ज्योतिषशास्त्र में मोहिनी वशीकरण मंत्र को सिद्ध करने के लिए कुछ नियम बताए गए हैं,जो इस प्रकार से हैं:-
- वैसे तो अधिकांश मोहिनी वशीकरण मंत्र अपने आप में सिद्ध होता हैं,तथापि ये थोड़े से जप और पुजा-पाठ के बाद चमत्कारिक रूप से अपना असर दिखाने लगते हैं|
- इन मंत्रों को कम से कम २१ दिनों तक सिद्ध करनी चाहिए| वैसे तो ये ७ दिनों में ही सिद्ध हो जाते हैं,परंतु अधिक असर के लिए २१ दिनों तक पुजा-पाठ करनी चाहिए|
- इन मंत्रों का जाप मोहिनी एकादशी के दिन से शुरू किया जाना अति उत्तम हैं|
- यदि मोहिनी एकादशी रविवार को पड़े,तो इन मंत्रों का असर बहुत शक्तिशाली होता हैं|
- यह अत्यंत तीव्र प्रभाव वाला मंत्र होता हैं,इनका पुजा-पाठ मध्य रात्री से शुरू करनी चाहिए|
- मध्य रात्री में किसी भी एकांत व साफ-सुथरे जगह पर आसन बिछा कर बैठ जाए| तत्पश्चात कुछ सबूत लौंग को अपने पास रखें| सुगंधित अगरबत्ती व दीपक जलले|
- मंत्र का जाप शुरू करने से पहले पाँच गुलाब फूल और पाँच प्रकार की मिठाइयाँ भी रखे|
- इन मंत्रो के प्रत्येक जप के साथ गूगल व घी कि आहूति अग्नि में देनी चाहिए|
- प्रत्येक बार मंत्र का उच्चारण आंखे बंद करके पूरे श्रद्धा-व-निष्ठा से करनी चाहिए|
महा मोहिनी वशीकरण मंत्र टोटका
महा मोहिनी वशीकरण मंत्र टोटका, यदि आपको प्रेम में सफलता नहीं मिल रही हों,या आपकी वैवाहिक जीवन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा हों,तो ऐसे में महा मोहिनी वशीकरण मंत्र की सिद्धि हमारे लिए बहुत कारगर सिद्ध होती हैं| यहाँ कुछ ऐसे मंत्रों व टोटकों का उल्लेख करेंगे,जिन्हे आजमा कर आप अपनी मनोकामना पूर्ण कर सकते हैं|
- स्त्री वशीकरण मंत्र विधि:-“ॐ भगवती भग भाग दायिनी देव दत्ती मम वश्यंग कुरु कुरु स्वाहा:”
इस मंत्र को यदि विधि पूर्वक किया जाए तो,किसी भी स्त्री को अपने वश में कर सकते हैं|गुरुवार के दिन किसी साफ-सुथरे जगह पर बैठ कर एक छोटे से डब्बे में नमक लेकर इसे स्त्री शाबर मंत्र से सिद्ध कर लें|
अब इस सिद्ध किए हुए नमक को जिस स्त्री को अपने वश में करना चाहते हैं,उसे खिला दें| यह मंत्र इतना शक्तिशाली होता हैं कि इसका प्रभाव अति शीघ्र देखने को मिलेगा|
- भैरव मोहिनी मंत्र विधि:- ॐ नमो रुद्राय, कपिलाय, भैरवाय, त्रिलोक-नाथाय, ॐ फट् स्वाहा।–
यह मंत्र अचूक फल देने वाला हैं| इस मंत्र को १५००० हजार जप के साथ सिद्ध किया जाता हैं| इसके लिए रविवार को गुग्गल, धूप,दीपक के साथ समान्य अनुष्ठान किए जाते हैं| इस क्रम में इस मंत्र का १०८ बार जप कर लौंग को अभिमंत्रित कर जिसे वशीभूत करना हों,उसे खिला दिया जाता हैं|
- उर्वशी मंत्र साधना- ॐ सं सौन्दर्योत्तमायै नम:- शाबर मोहिनी मंत्र के रूप में उर्वशी मंत्र का भी प्रयोग करते हैं| इसके जप से पहले उपलब्ध यंत्र के अनुरूप कुमकुम या कस्तुरी के बुरादें से यंत्र तैयार करते हैं| इसके पश्चात सफ़ेद कपड़ा पहन कर धूप-दीप ,पुष्प आदि से पुजा अनुष्ठान करते हैं| पुजा में सफ़ेद पुष्प से बने पाँच मालाओं को मंत्र से अभिमंत्रित करते हैं| पुजा के पांचवे दिन हवन कर जिसे वश में करना हो उसका संकल्प लिया जाता हैं|अभिमंत्रित पुष्प माला को उस व्यक्ति से या तो पहना दें,अथवा उसके सिरहाने में रख दें|मंत्र के प्रभाव से वह व्यक्ति पूरी तरह से हमारे वश में होगा|
वशीकरण मोहिनी मंत्र वैसे तो बहुत ही शक्तिशाली होते हैं, परंतु यह आवश्यक हैं कि इस मंत्र कि साधना में एक दिन का भी अंतराल न आए| यह पुजा नियमित होनी चाहिए,तभी इसका सकारात्मक फल हमें मिल सकेगा|